उन रिश्तों का सम्बन्धो का कुछ अर्थ नही रह जता हैं : स्वामी राम शंकर

पता नही हैं तुमको हम दूर बहुत हो जायेंगेl
जब याद हमारी आयेंगी हम हाथ नही फिर आयेंगेll
उन रिश्तों का सम्बन्धो का कुछ अर्थ नही रह जता हैंl
जो केवल कोरी तारीफ़ करें कर सकते जों वो भी ना कियेll
अहसान जताने को आतुर हर हाल मे मौक़ा खोजते वोl
मर जायेंगे ना पाओगे कमज़ोर नही कर पाओगेll
ख़ुश रहता हूँ ख़ुश रह लूँगा ख़ुद को मैं साबित कर लूँगाl
मैं कौन कहाँ से आया हूँ मैं सीखा और सिखाया हूँ ll
ख़ैरात नही चाहा तुमसे सम्मान नही बेचा तुमकोl
मैं ज़िन्दा हूँ अभी मरा नही स्वाभिमान हमारा डिगा नहीll

..... डिजिटल बाबा स्वामी राम शंकर "शान्त "की रचना 

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